कालज्ञान साधना

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र 


काल ज्ञान साधना 


कुछ साधको की इच्छा होती है कि वो लोगो के भूत भविष्य वर्तमान के बारे मे बता सके 
काल ज्ञान के लिये हमारे तंत्रशास्त्रो मे अनगिनत साधना दे रखी है 
जिसमे सर्वप्रथम नाम आता है कर्ण पिशाचनी का 
लेकिन ये साधना तामसिक एवं उग्र होने के कारण प्रत्येक साधक के लिये उचित नही है 
आज मै एक ऐसी साधना बता रहा हू जो किसी भी साधक के लिये उचित एवम सरल है 
येसे साधक जिने भय लगता है उनके लिये भी यै साधना उचित है क्योकि इसमे देव देवी दर्शन नही होते 
इस साधना को सिद्ध करने के बाद साधक के मन मे स्वयं प्रश्न का उत्तर आ जाता है 

किसी के भी बारे मे जाना जा सकता है वह क्या सोच रहा है वह क्या करेगा हमारे लिये सही है या गलत सब कुछ इस साधना के द्वारा आसानी से जाना जा सकता है अन्य साधनानो के द्वारा केवल भूत वर्तमान ही जान सकते है जबकि इस के द्वारा भविष्य भी जाना जा सकता है


साधना विधि 

साधक नहा धोकर लाल आसन पर उत्तर मुख होकर बैठे 
रात 8-30 बजे 
काल ज्ञान के लिये संकल्प ले 
प्राथमिक पूजन गुरू गणेश इष्ट आदि का करके दस महाविध्या का आवाहन पूजन करे 
पूजन मे धूप दीप चंदन मिठाई सेन्ट पुष्प आदि से पूजन करे 


पूजन के बाद स्फटिक या रूद्राक्ष की माला से मंत्र का 11 माला का जाप करे 
मंत्र थोडा बढा है दो से तीन घण्टे जाप मे लग सकते है 
मंत्र जप के बाद माता से गलती की छमा मॉगना चाहिये 
जप को माता को समर्पित कर दे 
घी का दीपक लगाना है जप के बाद वही सोये 
ये क्रिया प्रतिदिन 41 दिन लगातार करें 
41 दिन के बाद आपमे वो शक्ति आ जायेगी कि आप किसी भी व्यक्ति को देखते ही उसका सारा कच्चा चिट्टा खोल कर रख दोगे 
 
साधना विधान सरल है 
साधना के लिये मंत्र प्राप्ति के लिये सम्पर्क करे 

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित मे जारी  9690988493
8384844021

कुंजिका स्त्रोत साधना विधि


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र

नवरात्रै  माता दुर्गा जी की साधना करने के लिये उपयुक्त होते है माता की कृपा प्राप्तिमे इनका भीबहुत महत्व है

 नवरात्रो मे करने के लिये साधना दे रहा हूँ
 विधि वत साधना करे इस साधना को करने से आप लोगो के कष्ट दूर कर सकते है माता की विशेष कृपा प्राप्त होती है किसी भूत प्रेत पीडित का इलाज कर सकते है कि सी भी प्रकार का दर्द दूर कर सकते है

करने को तो षट् कर्म भी कर सकते है लेकिन लोक हित मे  उनकी विधि  बताना उचित नही है

नार्मल वशीकरण मे कुछ खाने पीने की वस्तु को अभिमंत्रित करके खिलवा दे

और इससे बहुत चमत्कारी कार्य किये जा ते है

विधि           -------           सिध्द कुंजिका स्त्रोत साधना म




आप सुबह नहा धोकर स्वछ वस्त्र पहने पूरब की ओर मुह करके बैठे
सामने माता जी की फोटो या मूर्ति रखे  

सिध्दि प्राप्त करने के लिये संकल्प करे
 संकल्प मे स्पष्ट रूप से अपनी इच्छा  रखे
धन , मान. ,यश ,वशीकरण मोहन जो आप चाहे

 साधना नियत समय नियत स्थान पर करे
आप ये प्रयोग रात को भी कर सकते है

प्राथमिक पूजन करे जैसे गुरू पूजन ,गणेश ,इष्ट पूजन ,कुलदेव   पूजन ,    पितर पूजन ,   स्थान देव पूजन ,लोकपाल दिक्पाल पूजन , व ग्रह पूजन   आदि  सभी का पंचोपचार पूजन करे

उसके बाद माता का पूजन करे
कृपा प्राप्ति की प्रार्थना करे

  फिर एक माला गुरू मंत्र का जप करे  उसके बाद श्री सिध्द कुंजिका स्त्रोत का  108 पाठ एक आसन से दे

पूरे नौ दिन पाठ करे  अंतिम दिन यथा शक्ति हवन करे
एक पाठ या जो बन. सके

जो माता के भक्त है उनको  माता की कृपा से जल्दी लाभ  मिलता है

आप इसका प्रयोग धन प्राप्ति के लिये भी कर सकते है  जो इच्छा हो वो संकल्प ले
नौकरी व्यवसाय इंटरव्यू मे सफलता के लिये भी ये प्रयोग कर सकते है माता जी की
कृपा से सब कार्य सिद्ध होगे

सिध्द कुंजिका स्त्रोत से आप बहुत कुछ कर सकते हो



 सिध्द कुंजिका स्त्रोत आप नेट से डाउन लोड कर सकते है
  या दुर्गा सप्तशती से लेकर पाठ कर सकते हो



हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित में जारी 9690988493

खवीश साधना


सट्टे के लिये खवीश साधना

इनका परिचय खवीश परिचय मे पढै

साधना विधि
 सबसे पहले सामने दीवार पर दीवाल घडी का चित्र बनाये जिसे रोज बनाये रोज  सुबह मिटा दे


शनिवार रात 9 बजे नहाकर स्वछ वस्त्र पहनें
पश्चिम मुख होकर आसन पर बैठे
अगर बत्ती जलाये दीपक जलाये गुरू, गणेश , इष्ट ,स्थान देव का पूजन करे पंचोपचार

फिर खवीश का आवाहन करेे  अगर बत्ती जलाये आटे का दीपक जिसमे तीन चार तरह के तेल (तिल ,चमेली ,सरसो ,) मिला कर
सेन्ट भी मिला दे फिर उसे जलाये ( दीपक मे बाती खडी करके जलाये )
सामने मिटटी के सकोरे मे कपूर जलाकर  शराब की धार दे दो ढक्कन
मिठाई का भोग लगाये पानी दे
फिर उस आटे के दीपक को सर के ऊपर रखे और एक माला  ( हकीक की )  का जाप करें  

दूसरे दिन से एक माला प्रतिदिन बढाते जाये

यानि पहले दिन एक दूसरे दिन दो तीसरे दिन तीन सातवे दिन सात इस तरह करे

  8. दिन करे

कोई दिक्कत हो तो मुझे कॉल करके बताये
साधना के अनुभव केवल मुझे बताये
साधना पूर्ण रूप से गुप्त रखें
प्रत्यक्ष होने पर वचन सावधानी से ले

दीपक को प्रतिदिन बहते पानी मे बहा दे
बची सामग्री भी


सामग्री
तीन चार तरह के तेल
सेन्ट
मिठाई
शराब  देशी
अगर बत्ती
दीपक
जल
कपूर


मंत्र अलग से दूगा पहले विधि देख लो कर सको तो बताओ

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित मे जारी

श्री गणेश साधना




श्री गणेश साधना

भगवान गणेश सिद्धयो के स्वामी है वे विघ्न हरण है और विघ्न करता भी
प्रत्येकसाधक को साधनाओ के क्षेत्र मे प्रारम्भिक साधना के रूप मे
श्री गणेश साधना करनी चाहिये
उसके बाद किसी और साधना को करना चाहिये
क्योकि फिर जीवन मे कोई विघ्न नही आते

गणेश साधना के कई प्रकार है जैसे सिद्धि गणेश साधना
   रिद्धि गणेश साधना    लक्ष्मी गणेश साधना आदि
गणेश साधना से ही सारे कार्य हो जाते है
मे एक साधना दे रहा हू

इसके प्रभाव से रूके हुये कार्य बनने लगते है
धन के नये रास्ते खुल जाते है
कोई विघ्न हो तो वो हट जाता है
चारो ओर मंगल ही मंगल होता है

इस साधना से घोर दारिद्रय का नाश होता है धन की प्राप्ति होती है


साधना विधि

गणेश जी की साधना कृष्ण पक्ष की चतुर्थी से शुरू होती है
 ओर कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तक एक माह तक लगातार करनी होती है
जिस रात चतुर्थी हो उस रात नहा धोकर रात दस बजे साधना शुरू करे
उत्तर मुख होकर बैठे
माला स्फटिक या चंदन की ले

सबसे पहले अपने सामने लक्ष्मी गणेश की पीतल  की मूर्ति स्थापित करे
 प्रारम्भिक पूजन करे संकल्प ले  गुरू इष्ट पूजन करे
फिर लक्ष्मी गणेश का आवाहन करे
पंचोपचार पूजन करे
केवल गणेश जी को दूर्वा चढाये लक्ष्मी को भूलकर भी न चढाये
थोडी जावित्री केसर चंदन सेन्ट पुष्प आदि से  पूजन करे

फिर मंत्र का 5000 जाप प्रतिदिन करे
जाप के बाद वही कमरे मे सोये
एक माह मे ही तुम्हारी इच्छा पूरी हो जायेगी

कोई जिज्ञासा हो तो मुझे सम्पर्क करके पूछ सकते है
मंत्र एवम अन्य जानकारी के लिये सम्पर्क करे

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित मे जारी 9690988493
8384844021

गुरू पूजन विधि





गुरू पूजन देव पूजन से  भी उत्तम है जो शिष्य नित्य गुरू पूजन करते है
उनकी सभी साधना निर्विध्न पूर्ण होती है और पूरी सफलता प्राप्त होती है
देव कृपा से अधिक गुरू कृपा की महत्ता है  इसलिये हमे गुरू पूजन अनिवार्य
रूप से नित्य करना चाहिये


जिन साधको ने गुरू से दीक्षा ली है वो गुरू द्वारा दिये गये गुरू मंत्र से पूजन करे

जिनके पास गुरू मंत्र नही है वो मेरे दिये इस मंत्र द्वारा पूजन करे


ओम ह्रीम गुरो प्रसीद प्रसीद नमस्तुभ्यम्

गुरू की तस्वीर सामने स्थापित करे

गुरू पूजन का संकल्प ले
गुरूजी का आवाहन करे

पूजन के लिये आप घी का दीपक लगाये   ,अगर बत्ती जलाये  , सेन्ट  ,चन्दन , पुष्प ,चावल ,वस्त्र ,फल ,  मिठाई , जल  आदि से पूजन करे गुरू स्त्रोतो का पाठ करे  यथा शक्ति गुरू मंत्र  का पाठ करे

 गुरूजी से कृपा प्राप्ति का आर्शिवाद ले
पूजन का विसर्जन  करे

गुुरू स्त्रोत    ------
गुरू ब्रह्मा गुरू विष्णु
गुरूदेवो महेश्वर
 गुरू साक्षात परम ब्रह्म
तस्मै श्री गुरवै नमः

ध्यानम् मूलं गुरू मूर्ति
पूजा मूलं गुरो पदमं
मंत्र मूलं गुरू वाक्यम्
मोक्ष मूलं गुरू कृपा

त्वमेव माता च पिता त्वमेव
त्वमेव बंधु च सखा त्वमेव
त्वमेव विधा द्रवणम् त्वमेव
त्वमेव सर्वम्  मम् देव देव  

गुरू गंगा गुरू गोमती
गुरू देवां रा देव
गुरू सू चेला आगला
करे गुरॉ री सेव

गुरू गोविन्द दोऊ खडे
काकै लागूं पाय
बलिहारी गुरू आपने
गोविन्द दियो बताय

 सब धरती कागज करूं
 लेखनि सब वनराय
सात समुद्र की मसि करूं
गुरू गुन लिखा न जाय

मात पिता तो फेर मिले
लख चौरासी माय
गुरू सेवा चरण बन्दगी
फेर मिलन की नाय

गुरू बिन भव निधि तरय न कोई
जो विरंचि शंकर सम होई

यह तन विष की बेलरी
गुरू अमृत की खान
 शीश दिये जो गुरू मिलैं तौ भी सस्ता जान

श्री गुरू चरन है चन्द्रमा  सेवक
 नयन चकोर
अष्ट प्रहर निरखत रहूं
श्री गुरू चरनो की ओर



हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित मे जारी 9690988493

वशीकरण साधना


वशीकरण की तंत्र मे सबसे अधिक मॉग है लोग इसके लिये जाने कितना कष्ट उठाते है सबसे ज्यादा तॉत्रिक लोग वशीकरण के नाम से लोगो से सबसे ज्याद धन लूटते है
मेआज एक प्रयोग दे रहा हू आप इसे करके लाभ उठा सकते है
मंत्र मुझसे सम्पर्क करने पर दूगा
नेट पर पूरी क्रिया मंत्र सहित नही दे सकता ये मंत्र गोपनीय होते है विधि दे रहा हू

विधि

आसन लाल रंग का , कपडे पहनने के सफेद रंग के ,अपना मुह पूरब दिशा की ओर करके बैठे
,सामने फोटो रखे  ,तुम दोनो की एक साथ वाली हो तो ज्यादा बेहतर है ,फोटो कलर हो
 ,रात नौ बजे के बाद  करना है

,पहले गुरू , गणेश पूजन कर लेना  फिर माता सरस्वती का कर लेना   पूजन मे अगर बत्ती ,घी का दीपक , चन्दन ,मिठाई का भोग , पानी देना है  , सेेन्ट देना है ,

दो माला का जाप करना है

 ध्यान सामने फोटो पर रखना है   प्रतिदिन करना है ,ब्रह्मचर्य रखना है जमीन या तख्त पर सोना है पूजा रात को एकांत कमरे मे करना

दिन रविवार ,शुक्रवार ,

 सुबह ६बजे से जाप शुरू करना या रात 9 बजे के बाद

 ११ से २१ दिन के अन्दर वो वश मे हो जायेगी    तुम्हारी हर बात मानेगी पर येसा कोई काम जो उसकी आत्मा को  पसंद न हो नहीं मानेगी
माला स्फटिक की ले लेना  


प्रयोग पूर्ण रूप से गुप्त रखना किसी को कुछ भी नही बताना


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित में जारी

चंडाल साधना




ये साधना बहुत ही सरल  है येसे साधक जिने साधना मे भय लगता है उनके लिये ये साधना उपयुक्त है
धन आज के जीवन की प्रथम आवश्यकता है जिसे इस साधना द्वारा प्राप्त किया जा सकता है

इसमे चंडाल स्वप्न मे आता है और प्रश्नो के उत्तर देता है
वेसे ये साधना से आप लोग सट्टे के नम्बर सटीक प्राप्त कर सकते है
साधना विधान सरल है
कोई डर भय नही है
ये केवल सात दिन की साधना है


विधि

इसमे साधक शनिवार रात दस बजे के बाद नहा कर पश्चिम मुख होकर काले आसन पर बैठे

सामने घी का दीपक जलाकर अगर बत्ती जलाये
प्राथमिक पूजन करके
चंडाल का आवाहन कर
धूप दीप मिठाई सेन्ट आदि से  पूजन करे

नारियल को लाल कपडे मे बॉधकर पूजा करे
मंत्र का मात्र दो माला जाप करे
जप के बाद गलती की छमा मॉगे
वही सो जाये
ये नित्य सात दिन करे सात दिन बाद चंडाल स्वप्न मे आकर सट्टे के नम्बर देना शुरू कर देगा

पहले दो दिन उने आजमाये सही निकलने पर स्वयं लगाये या किसी गरीब को बता कर भला करे

मंत्र के लिये सम्पर्क करें


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र 9690988493
8384844021

चिराग के जिन्न की साधना


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र

चिराग के जिन्न की साधना


हमने अलादीन के जादुई चिराग के बारे मे बहुत सुना और पढा भी होगा
मूवी मे देखा भी होगा

ये सब देख  कर मन होता है कि ये चिराग मिल जाये तो मजा आ जाये लेकिन ये सिर्फ कहानी है कहकर मन मसोस कर रह जाते है येसा सिर्फ कहानियो मे होता है कि जो इच्छा हुयी वो तुरन्त पूरी हो जाये

जी नही
अगर मे ये कहू कि ये चिराग सच मे होते है और आप इसे साधना से पा सकते है तो आप लोग चौंक जायेगे कि ये सच नही है

लेकिन यकीन मानिये ये १०० फीसदी सच है
 
साधना द्वारा जिन्न को चिराग मे सिद्ध किया जाता है
और जब आवश्कता के समय चिराग को रगडने पर वो जिन्न हाजिर हो कर तुम्हारी इच्छा पूरी करता है

ये विधान पूर्ण रूप से गुप्त रहते आये है और गुरू शिष्य की प्रणाली मे दिये जाते है इस संकल्प के साथ कि इसका गलत उपयोग नही होगा और केवल योग्य शिष्य को ही ये साधना बतायी जाये


इस साधना से जिन्न बहुत क्रोध मे आकर हाजिर होता है
और बहुत ज्यादा साधना के समय भय दिखाता है
क्योकि इस साधना मे जिन्न को जबरदस्ती बुलाकर काम करवाया जाता है
साधना से लाभ

ये जिन्न कोई भी वस्तु मंगा सकते है किसी के बारे मे पता लगाकर बता देते है
रक्षा करते है
और बहुत धन लाभ कराते है
और बहुत सारे चमत्कार साधक जिन्न की शक्ति से दिखा सकता है



साधना विधान

ये साधना शुक्रवार रात 11 बजे से की जाती है
साधक सफेद कपडे पहन सफेद मुसलमानी टोपी लगा हरे कपडे पर पैरो को  मोडकर बैठे मुख पश्चिम की ओर रखे
अपने चारो ओर सुरक्षा घेरा बना ले
सामने चमेली के तेल से  एक पीतल के चिराग को जला कर रखे

पॉच अगरबत्ती लगाये गुरू पूजन करे
फिर जिन्नो के बादशाह की पूजा करे
उसके बाद चिराग के जिन्न को बुलाये फिर उसकी पूजा करे
 सेन्ट का फाया , पचमेल मिठाई , पॉच गुलाब के फूल , लोभान की धूप , पॉच अगर बत्ती से पूजा करे

फिर मंत्र का दो माला का जाप करे मंत्र लम्बा है
एक सवा घण्टे मे हो जाती है दो माला

माला तशबी या काले हकीक की होनी जरूरी है
ये प्रयोग सात दिन करे सातवे दिन जब जिन्न प्रकट होगा तो डरायेगा डरना मत उससे चिराग मे रहने और अपना काम करने का वचन लेले

साधना के लिये एकांत कमरा आवश्यक है
ब्रह्मचर्य से रहना है और बाकी के सभी मुस्लिम साधनाओ के नियम करने होगे
माला बाये हाथ से उल्टी घुमानी है
साधना से पहले वजू करना है
़मुस्लिम पाक होने के मंत्र से पाक होना है
इसमे वेसे कोई विशेष सामग्री की आवश्यकता नही है
लेकिन ये जिन्न के उग्र रूप की साधना है
़ये साधना उग्र साधनाओ मे आती है  थोडी चूक खतरनाक हो सकती है

ये साधना अनोखी है और इसके विधान केवल चुनिंदा लोगो के पास है

अपने गुरू महाराज जी की कृपा से मे उन भाग्यशाली लोगो मे से एक हू

गुरूदेव की बहुत कृपा है कि इस साधना का विधान मंत्र मेरे पास है
काफी बडा मंत्र है

जिस किसी को ये साधना करनी हो वो सम्पर्क कर सकता है

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जनहित मे जारी
9690988493
8384844021

पितरो की कृपा प्राप्ति का अचूक उपाय


हरेश तंत्र शक्ति साधना  केन्द्र

पितरो को प्रसन्न करने का पितर पक्ष से उत्तम कोई समय नही है

मे पितरो को प्रसन्न करने के लिये दो प्रयोग करता और करवाता रहा हू


किसी अन्य उपाय की अपेक्षा ये उपाय तीव्र काम करता है इसमे कोई पूजा पाठ का झंझट नही है ये सीधा पितरो से सम्बन्धित है

धन हानि , बनते बनते काम बिगडजाना , पारिवारिक कलह , मन अशान्त रहना , धन का अत्यधिक व्यय होना  , संतान बाधा आदि मे  मेने इन प्रयोगो का सफल प्रयोग किया है
आप भी ये प्रयोग करे और लाभ उठाये
बहुतो को लाभ मिला है तुमे भी मिलेगा तुम करकै देखो तो सही
विश्वास से तो भगवान भी मिल जाते है


ये प्रयोग पूरे पितर पक्ष किया जाता है
सुबह चार बजै जागकर मुख्य द्वार के बाहर थोडी सी जमीन पर झाडू लगाये
और फिर वहॉ पानी से छिडकाव करे

घर की स्त्री मुख्य द्वार पर एक लोटा पानी का अर्घ्य दे

(  इतनी क्रिया आप प्रतिदिन जीवन भर कर सकते है केवल इसी से पितर कृपा मिलने लग जाती है )
फिर नहा धोकर खीर पूडी  बनाये
बन जाने के बाद पुरूष एक दोने मे खीर पत्तल मे पूडी  सब्जी रखे  पानी गिलास मे लेकर छत पर जाये
दक्षिण दिशा की ओर मुह करके बैठे
सामने आसन लगा दे उसके सामने पत्तल रखे
फिर हाथ मे चावल के दाने लेकर पितरो का आवाहन करे
फिर उने आसन पर बैठने के ल्ये कहकर चावल आसन पर डाल दे

फिर उने खीर पूडी सब्जी का भोजन कराये
दस बारह मिनट वहॉ बैठे रहे और मानसिक प्रार्थना करे
फिर पितरो को प्रणाम करके उनसे मानसिक आशिर्वाद ले

कुछ पूडी कौआ गाय कुत्तो को खिलाकर
 स्वय भोजन करे और दैनिक कार्य करे
इतनी सी क्रिया आप प्रतिदिन पन्द्रह दिनो तक करते रहे

इन पन्द्रह दिनो मे ही आपके घर मे बदलाव हो जायेगा

पितर प्रसन्न होगे
ये क्रिया आप अमावस्या को भी दोहरा सकते है किसी खास शुभ दिन मे भी ये कर सकते है
आपको इससे लाभ मिलेगा बिगडे काम बनेगे
घर मे रौनक आयेगी मन शान्त होगा

कोई दिक्कत हो तो मुझे निसंकोच कॉल करके पूछ सकते हो

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित मे जारी  9690988493
8384844021

अप्सरा साधना की विधि

                                                                 अप्सरा साधना की  विधि


उत्तर दिशा की ओर मुह करके बैठे
शुक्रवार रात नो बजे नहा धोकर  आसन पर बैठे सामने जमीन पर ही

सफेद  वस्त्र पर  पीले चावल से यंत्र  बनाये

यंत्र का पूजन करे
पहले गुरू ,गणेश  , इष्ट देव  ,कुल देव , पित्र देव   ,
स्थान देव ,लोकपाल ,दिक्पाल  ,  देवराज इद्र देव का  पूजन करे

सभी से मानसिक आर्शिवाद और साधना की आज्ञा लें

फिर उर्वशी अप्सरा का आवाहन करे  ( उसे बुलाये )  आसन दे ,  चावल.  , धूप, दीप , चंदन  , सेन्ट ,मिठाई ,एवं जल से पूजन करे
सफलता केलिये  उससे प्रार्थना करे    प्रेमिका के रूप मे पूजन करे

फिर गुरू गणेश को याद करके मंत्र का २१ माला जाप करे
जप के बाद वही कमरे मे सो जाये

जब तक अप्सरा प्रतक्ष्य  ना हो जाये तब तक साधना करते  रहे

प्रतक्ष्य होने पर वचन लेले कि जब बुलाऊ आकर मेरा काम कर देना



हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित में जारी 9690988493

सुगन्धा अप्सरा साधना

सुगन्धा  अप्सरा साधना

ग्रहण काल साधना करने के लिये सर्वश्रेष्ठ  होता है
ग्रहण मे किये गये जाप पाठ हवन आदि का कई गुना फल मिलता है


 मे इस चन्द्रग्रहण मे सुगन्धा  अप्सरा साधना करवा रहा हू
जो साधक साधना करना चाहे वो विधि विधान लेने के लिये सम्पर्क करे

साधना ११ दिन करनी है
जो साधक कर सके वो ही सम्पर्क करे

साधना के लिये  एकांत  कमरा होना परमावश्यक है




हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित मे जारी Mob No. 9690988493 / 8384844021

विजय प्राप्ति के लिये मातंगी साधना

                                                    विजय प्राप्ति के लिये मातंगी देवी साधना


इस साधना को किसी भी  कार्य की सफलता के  लिये कर सकते है
नौकरी ,परीक्षा ,इंटरव्यू ,आदि के लिये ये मंत्र बहुत जल्दी तीव्र परिणाम देता है

इसे किसी अष्टमी या किसी शुक्रवार से सुरू करे उत्तर दिसा की तरफ मुह करकै बैठे
सामने मातंगी माता का फोटो रख लिया जाये तो बहुत अच्छा है

सबसे पहले संकल्प ले कि मे अमुक कार्य मे सफलता के लिये ये साधना कर रहा हू

इसके लिये
सफेद पूजन सामग्री हो
आसन कपडे वगेरह

सबसे पहले गुरू  , गणेश ,  इष्ट ,   कुल देव , स्थान देव का पंचोपचार पूजन करे

फिर माता का आवाहन करके पचोपचार पूजन करे
मंत्र का 6000/ प्रति दिन जाप करे रात दस बजे के बाद
माला स्फटिक की चंदन की मिल जाये तो ठीक नही तो रूद्राक्ष से कर लेना
२१ दिन करना है

दशांशहवन प्रतिदिन कर सको तो ठीक है नही तो २२ वे दिन पूरा दशांश हवन एक बार मे कर लेना
फिर हवन का दशांश तर्पण

फिर तर्पण का दशांश अर्पण
अर्पण का दशांश मार्जन करे
और एक ब्राह्मण को भोजन करा कर साधना का समापन करे

जहॉ भी जरूरत हो माता के सिद्ध मंत्र का जप करे और चमत्कार देखे

मंत्र है

ॐ ह्रीम क्लीम हूम मातंग्यै फट् स्वाहा


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित मे जारी 9690988493

धन प्राप्ति के लिये अचूक श्री कुबेर साधना

                                                    धन प्राप्ति के लिये अचूक श्री कुबेर साधना


ये साधना धन के देवता श्री कुबेर महाराज की है
इसमे साथ साथ ही माता लक्ष्मी जी की भी साधना हो जाती है

किसी भी गुरूवार को
सुबह ब्रह्म मुहर्त मे जाग कर नहा धोकर सफेद कपडे पहन एकांत कमरे मे उत्तर दिशा की ओर मुह करके  लाल या सफेद  आसन पर बैठे

सामने श्री कुबेर महाराज की मूर्ति स्थापित करे लाल कपडे पर

घी का दीपक जलाये

संकल्प करे
फिर गुरू , गणेश , इष्ट ,
कुल दैव का पूजन करे

माता लक्ष्मी का आवाहन करे पूजन करे

फिर श्री कुबेर महाराज का
आवाहन करे
पूजन करे

सभी का पूजन धूप दीप पुष्प रोली चंदन मिठाई सेन्ट  जल आदि से करना है

सबसे धन प्रदान करने की कहना है

फिर पॉच पाठ कनकधारा स्त्रोत के करने है
उसके बाद मे श्री कुबेर मंत्र का ११ माला का जाप करना है
जप के बाद जाप कुबेर जी को समर्पित करना है

और सभी से छमा मॉगनी है
और वहॉ से उठ जाना है

जप काल मे धूप दीप जलती रहनी चाहिये

माला स्फटिक की या चंदन की हो

साधना २१ दिन करनी है रोज ११ माला जाप करना है
इसे 40 दिन तक लगातार कर सकते है

सामग्री

अगरबत्ती या धूपबत्ती
घी 400ग्राम
लाल आसन
सफेद कपडे
चंदन
रोली
मिठाई
सेन्ट
पुष्प
स्फटिक माला
मूर्ति कुबेर जी की
कनकधारा स्त्रोत
लाल कपडा मूर्ति रखने के लिये

 साधना को गुप्त रखें

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जनहित मे जारी
9690988493
8384844021

प्रेत साधना

                                                                            प्रेत साधना


प्रेत वेसे हठी होते है जल्दी वश मे नही होते लेकिन प्रेम से पूजन करने पर मित्र बना लेता है तो जमकर साथ निभाता है

प्रेत बहुत अच्छे सहायक सिद्ध होते है प्रेत साधना से साधक बहुत धन मान सम्मान प्राप्त करता है

प्रेत साधना किसी बबूल के नीचे ,सूने स्थान ,खंडहरो ,शीशम के पेड के नीचे ,सूखे कुओ ,तालाब के किनारे  ,रास्ते के किनारे के पीपल के पेड के नीचे की जाती है

तुमको जो स्थांन  उचित लगे वहॉ ये साधना कर सकते हो

शनिवार या अमावस्या की रात से शुरू करे
जब तुम्हारा सूर्य स्वर चले तब शुरू करे
रात ११ बजे के बाद

मित्र के रूप मे साधना करे

सबसे पहले कंबल का काले रंग का आसन ले उस पर दक्षिण मुख होकर बैठे
सामने सरसो के तेल का दीपक जलाये
अगर बत्ती जलाये

अपने कवच से अपने चारो तरफ गोल घेरा खीचें

गुरू गणेश इष्ट पूजन करे
पूजन धुप दीप फूल मिठाई जल  से करे

फिर प्रेतराज का पूजन करें
प्रार्थना करे सफलता के लिये
उसके बाद प्रेत का आवाहन करे
पूजन करे धूप दीप पुष्प सेन्ट चंदन मिठाई जल  दालभात और शराब से
दालभात किसी पत्तल मे रखे
कुल्लहड मे शराब दे
पानी दे

उसके बाद काले  हकीक माला से मंत्र का 25  माला का जाप करे

चालीस दिन करे
प्रेत के प्रकट होने पर वचन लेले

साधना मे कुछ डरावने अनुभव हो तो डरे नही ये सिर्फ दिखावा होते है कोई नुकसान नही होता

साधक चाहे कुछ भी हो जाये आसन से खडा नही हो जब तक जाप पूरा नही हो जाये
कोई दिक्कत हो तो सम्पर्क करे
मंत्र के लिये सम्पर्क करें

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित मे जारी Mob No. 9690988493 / 8384844021

हाजरात प्रयोग की विधि

हाजरात प्रयोग की विधि


इस महीने की २५ तारीख रविवार रात ११ बजे से नक्षत्रो का राजा पुष्प नक्षत्र शुरू होगा
सोमवार रात १० बजे तक रहेगा
इसमे आप कोई जडी बूटी यंत्र वगैरह सिध्द कर सकते है



मे हाजरात प्रयोग की विधि दे रहा हूँ आप लोग इसे अवश्य आजमाना

शनिवार की शाम को  हल्दी चावल लेकर औगां जिसे लटजीरा  ,चिरचिटा , अपामार्ग कहते है उसे चूल समेत अपने यहॉ चलने का न्योता देना है

दूसरे दिन यानि रविवार सुबह सुबह जाकर उसे एक झटके से उखाड कर अपने साथ ले आना है
घर लाकर धूप दीप दे और उसे किसी सुरक्षित स्थान पर रख दे
हाजरात प्रयोग के समय एक छोटी
लकडी या जड तोडकर  रूई मे लपेटकर बाती बनाकर तेल या घी के दीपक मे रखकर जला दे

दीपक के सामने किसी छोटे बच्चे को बिठा दे
और उसे ध्यान से दीपक की लौ मे देखने को कहे
उसे उसमे काला सा धागा दिखाई देगा
फिर बच्चे को बोले की वो पीर साहब हाजिर हो  -२.  ऐसा बार बार बोले
तो उसे उस लौ मे पीर साहब दिखाई देने लग जायेगे  जब उसे स्पष्ट दिखाई देने लग जाये
तो उनसे अभिवादन कराये
फिर उनसे कुछ भी प्रश्न करे वो उस बच्चे को बताते रहेगे  आप उनसे कैसा सवाल कर सकते है
अपनी परेशानी ,बीमारी ,चोरी के बारे मे , या आप उनसे सट्टे का नंबर भी ले सकते है

काम के बाद  पीर साहब को विदा करके दीपक बुझा दे

आप इस प्रयोग को आजमाये और मुझे अपने अनुभव बताये



तंत्र मंत्रो से जुडी ऐसी ही चमत्कारी प्रयोग एवं जानकारी के लिये जुडे रहे


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित में जारी  9690988493

शारीरिक बीमारी को तुरन्त खत्म करे

साई बाबा की साधना


ये साधना से आप किसी भी बीमारी परेशानी जो शारीरिक है उसे तुरन्त खत्म कर सकतै है दर्द तो तुरन्त बन्द हो जाता है

और बहुत से चमत्कार बाबा की कृपा और शक्ति से दिखा सकते है
साधना के बाद मंत्र का नियमित १ ,5 ,11   माला  जितना बन जाये जप करते रहे


इस साधना  मे आपको सात्विक रहना होगा
किसी भी शुक्रवार से इसे रात मे 10 बजे के बाद शुरू करे
सफैद कपडे पहन कर सफेद आसन पर पूरब मुख बैठ कर

सबसे पहले गुरू गणेश इष्ट  का पचोपचार पूजन करे
फिर साई बाबा का आवाहन करे   पचोपचार पूजन करे चिलम पीने को दे
दीपक शुद्ध घी का लगाये

गुरू मंत्र की एक माला का जप करे
फिर साई मंत्र का 6000/ प्रतिदिन 21 दिन तक जाप करे
साधना के बीच मे अनुभूति होगी उसे किसी को नही बताये

प्रतिदिन बच्चो को कुछ प्रसाद बॉट दिया करे

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित मे जारी 9690988493
8384844021

सरदर्द का रामबाण इलाज

सरदर्द का रामबाण इलाज

ओंगा जिसे लटजीरा , चिरचिटा भीं बोलते है उसकी दो पेड की जड उखाड कर लाना और अच्छी तरह से धोकर बारीक चाकू से काट कर बारीक कूट लेना फिर गुड मिला लेना थोडा सा

सरदर्द का रामबाण इलाज

ओंगा जिसे लटजीरा , चिरचिटा भीं बोलते है उसकी दो पेड की जड उखाड कर लाना और अच्छी तरह से धोकर बारीक चाकू से काट कर बारीक कूट लेना फिर गुड मिला लेना थोडा सा

दो गोली ब ना लेना

एक गोली सुबह खाली पेट पानी से खिला देना  दूसरी गोली दूसरे दिन खिला देना कैसा भी सरदर्द होगा ठीक हो जायेगा १००%


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित मे जारी 9690988493

दो गोली ब ना लेना

एक गोली सुबह खाली पेट पानी से खिला देना  दूसरी गोली दूसरे दिन खिला देना कैसा भी सरदर्द होगा ठीक हो जायेगा १००%


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित मे जारी 9690988493

तीव्र प्रयोग से छोटी मोटी शक्ति को नष्ट करे

तीव्र प्रयोग से छोटी मोटी शक्ति को नष्ट करे

प्रिय साधक मे आज आपको एक छोटा सा लेकिन तीव्र काम करने वाला प्रयोग बता रहा हूँ

यह प्रयोग घर मे आई छोटी मोटी शक्ति को नष्ट कर देगा

पितरो को शक्ति देगा

जिनके पितर रूठे है वे भी इसे कर सकते है

इस प्रयोग को गुप्त रखना है

वैसे तो यह एक बार ही किया जाता है लेकिन आप उसे सात मंगल वार तक कर सकते है

यह केवल मंगल को ही करना है
इससे पितर दोष मे काफी आराम मिलता है

मंगल वार को शाम को जब रात का  कुछ कुछ अंधेरा फैल रहा हो तो एक बूंदी का लडडू ले और उसे घर के बाहर (मैन गेट )देहरी के पास बैठकर घर मे आई किसी बाहरी शक्ति या उपरी हवा के नाम से रख दे
एक अगर बत्ती लगा दे और बोले कि हे देव मे आपको भोग दे रहा हूँ इसे स्वीकार करे और इसे लेकर यहॉ से हमेशा के लिये चले जाय

ध्यान दे कि अगर बत्ती एक ही लगाये

फिर देहरी के अंदर बैठ जाये वहॉ भी एक बूंदी का लडडू रखें और दो अगर बत्ती लगाये

 अपने घर के सभी पितर , देवी  देवता के नाम ले और बोले  कि हे देव मे आपको भोग दे रहा हूँ आप इसे स्वीकार करे
 मे रे ऊपर कृपा करे

घर मे आई हुयी इसे या  किसी भी बाहर की शक्ति को अंदर मत आने देना
प्रणाम करे और वहॉ से उठ जाये

कुछ समझ मे ना आये तो कॉल कर के पूछ लेना

इस प्रयोग को साधारण मत समझना ये बहुत चमत्कारी है


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित में जारी
9690988493

किया कराया दूर करे पाठ २


किया कराया दूर करे पाठ २

 व्यवसाय बाधा ,एवम् गृह क्लेश से बचने हेतु  सवा किलो काले उडद ,सवा किलो
कोयला को सवा मीटर काले कपडे मे बाँधकर अपने ऊपर से २१ बार उसार कर शनिवार के दिन  बहते पानी में विर्सजित   करें सात शनिवार तक !


शुक्ल पछ के बुध वार को चार गोमती चक्र अपने सिर से उसार कर चारों दिशाओ मे फेंक दें ! तांत्रिक कर्म समाप्त होगा  !


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित में जारी 9690988493

भूत प्रेत का उतार

भूत प्रेत का उतार

प्रिय साधको

आज मे आपको एक छोटा साधारण परन्तु अचूक एवं प्रभावी उपाय बता रहा हू

इस प्रयोग से मेने बहुत लोगो का भला किया है

इससे किसी के ऊपर आयी हुयी बला भूत प्रेत हवा नजर गुजर एवं शक्तियो द्वारा होने वाला सरदर्द सीने मे जलन या दर्द ,पैरो मे दर्द या भडकन
पेट मे गोले जैसे घूमने आदि का सफलता पूर्वक इलाज किया जाता है


इसे किसी भी शनिवार को किया जा सकता है

अपने इष्ट या काल भैरव जी  के नाम से ये सब कर सकते है

सामग्री

दो नीबूं ,  बूदी का लडडू  ,
लौग का जोडा बतासा  ,
मिटटी की सरइया ,
थोडा सिन्दूर
थोडा काजल
थोडा कच्चा दूध
एक भैरव ( काला वाला ) जायफल
चाकू

सबसे पहले सरइया ले उसमे बाहर भीतर चार चार स्वास्तिक सिन्दूर से बना ले

अन्दर की तरफ काजल से बिन्दी बना दे
उसमे नीबू को चार टुकडो मे काटकर रख दे
फिर लोग बतासा बूदी का लडडू जायफल रखे
थोडा कच्चा दूध डाल दे

रोगी के ऊपर से २१ बार उसार कर किसी चौराहे पर  रख कर दूसरे नीबू की तीन फॉक करके तीनो दिशाओ मे फेके ( सामने बाये दाये )
चाकू से सरइया के चारो ओर गोल रेखा खीचे
और उसकी तरफ थूक कर वापस आ जाये
किसी भी हाल मे पीछे मुडकर नही देखे


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित मे जारी 9690988493
8384844021

प्रेत बाधा

प्रेत बाधा

प्रेत बाधा मै मरीज के ऊपर से दो लोंग और कपूर की टिक्की  21बार उसार कर जला दें इससे मरीज को थोडा आराम मिल जाता है  ,लोंग कपूर अपने इष्ट के नाम से जलाये

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित में जारी 9690988493

खवीश परिचय

खवीश परिचय

ये भूत प्रेतो जिन्नो आदि से अधिक शक्तिशाली होते है

खवीश बहुत मायावी योनि है
ये साधक के सभी तरह के काम कर देते है वो भी पलक झपकने से पहले
ये तामसिक होते है
उग्र होते है
कैसे भी गन्दे स्थान पर बुलाओ तुरंत आकर काम कर देते है ये सोवर सूतक मरण सूतकमे भी काम करते है
सट्टे के नम्बर सटीक देते है
कालज्ञान बताते है
वस्तु लाकर दे देते है
और बहुत सारे कामो को चुटकी मे पूरा कर देते है

होते हठी है किसी काम को भेजो तो काम करके  आते है

साधना के बाद इनका जो भोग है वो इने दिया जाता है
ये स्वयं अपनी कार्य विधि व्यक्त करता है
साधना के समय ये कुछ भय पैदा करता है
जैसे भयंकर आवाज आना या कुछ दिखाई देना
लेकिन ये सिर्फ दिखावा होता है
साधको को नुकसान नही पहुचाता
यह सिद्धि के बाद अलग अलग तरह से अपनी पूजा करवा कर अपनी शक्ति बढाता है
इसके साधक बहुत शक्तिशाली और मायावी हो जाते है
हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित मे जारी 9690988493

ध्यान की विधि

                                                                        ध्यान की विधि


आपने बहुत सी ध्यान की विधि पढी होगीं
ये विधि अनूठी सरल और मात्र तीन दिन मे अनुभूति प्रदान कर देती है
तो जो साधक ध्यान करना चाहते है वो ये करे

गौतम बुध्द की तरह ध्यान अवस्था मे बैठो
यानि हाथ गोदी मे रखो
कमर सीधी आँखे बन्द रखो
विचारो की तरफ ध्यान मत दो
कोई एक  मंत्र जो छो टा हो उसका मानसिक जाप करो
ध्यान मंत्र की तरफ रखो  और सिर के ऊपर  जहॉ चुटिया होती है वहॉ रखो
वहॉ न लगे तो आज्ञा चक्र पर रखो
तुमे मंत्र की तरफ ध्यान लगाना है कि उसका जप हो रहा है या नही
 बस यही इस ध्यान विधि की कुंजी है

अधिक से अधिक समय तक आसन लगा कर बैठो
कम से कम दो घण्टे बहुत जल्दी चमत्कार दिखने शुरू हो जायेगे

कमर सीधी रखो.आँखे बन्द रखो.
विचारो की तरफ ध्यान मत दो.विचार आयेगे तो जलदी नही जायेगे.इसलिए
ध्यान मंत्र की तरफ रखो

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र
9690988493
8384844021

ज्योत की विधि

                                                                         ज्योत करना


आज मे अापको ज्योत करने की विधि बता रहा हू
जिसे गॉवो मे अग्यारी करना कहते है

मुझसे कई भाई पूछ रहे थे

ज्योत पर देव या देवी को भोग दिया जाता है
जो सीधा देवता  ग्रहण करता है
सभी साधको को अपनी इष्ट की शक्ति बढाने उने भोग देने के लिये कम से कम हफ्ते मे एक बार    ज्योत अवश्य  करनी चाहिये

यह छोटा सा हवन जैसा होता है


विधि 🔥


उपला या गोबर के कंडे को जला कर  ( या गैस पर कुछ देर रख दे  पूरा जलने के बाद  )|   लाल होने के बाद उस पर धूप डाले फिर तेल डालो चम्मच से
थोडा सा फिर  माचिस से जला दो
कुछ लोग दीपक पास मे रख देते है या कुछ लोग कपूर से जलाते है
केसे भी करो ज्योत जलनी चाहिये बस

वो चारो तरफ से बहुत अच्छी जलने लगेगी

लो हो गई ज्योत तैयार

फिर जो लौग बतासे भोग मे देने है वो देवता का नाम लेकर ज्योत पर चढाते जाये

बस हो गई ज्योत
धूप तेल थोडा थोडा बीच बीच मे डालते रहे

आग जलाने के लिये तुम कपूर का भी इस्तेमाल कर सकते हो

उपला ( कंडी  ) अच्छी तरह से जलना चाहिये
नही तो ज्योत पर आग ठीक से नही जलेगी


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित मे जारी 9690988493

गुरू पूजन विधि

                                                                   गुरू पूजन की विधि


जिन साधको ने गुरू से दीक्षा ली है वो गुरू द्वारा दिये गये गुरू मंत्र से पूजन करे

जिनके पास गुरू मंत्र नही है वो मेरे दिये इस मंत्र द्वारा पूजन करे


ओम ह्रीम गुरो प्रसीद प्रसीद नमस्तुभ्यम्

गुरू की तस्वीर सामने स्थापित करे

गुरू पूजन का संकल्प ले
गुरूजी का आवाहन करे

पूजन के लिये आप घी का दीपक लगाये   ,अगर बत्ती जलाये  , सेन्ट  ,चन्दन , पुष्प ,चावल ,वस्त्र ,फल ,  मिठाई , जल  आदि से पूजन करे गुरू स्त्रोतो का पाठ करे  यथा शक्ति गुरू
मंत्र का पाठ करे

 गुरूजी से कृपा प्राप्ति का आर्शिवाद ले
पूजन का विसर्जन  करे

गुुरू स्त्रोत    ------
गुरू ब्रह्मा गुरू विष्णु गुरूदेवो महेश्वर
 गुरू साक्षात परम ब्रह्म
तस्मै श्री गुरवै नमः

ध्यानम् मूलं गुरू मूर्ति
पूजा मूलं गुरो पदमं
मंत्र मूलं गुरू वाक्यम्
मोक्ष मूलं गुरू कृपा

त्वमेव माता च पिता त्वमेव
त्वमेव बंधु च सखा त्वमेव
त्वमेव विधा द्रवणम् त्वमेव
त्वमेव सर्वम्  मम् देव देव

गुरू गंगा गुरू गोमती
गुरू देवां रा देव
गुरू सू चेला आगला
करे गुरॉ री सेव

गुरू गोविन्द दोऊ खडे
काकै लागूं पाय
बलिहारी गुरू आपने
गोविन्द दियो बताय

 सब धरती कागज करूं लेखनि सब वनराय
सात समुद्र की मसि करूं
गुरू गुन लिखा न जाय

मात पिता तो फेर मिले
लख चौरासी माय
गुरू सेवा चरण बन्दगी
फेर मिलन की नाय

गुरू बिन भव निधि तरय न कोई
जो विरंचि शंकर सम होई

यह तन विष की बेलरी
गुरू अमृत की खान
 शीश दिये जो गुरू मिलैं तौ भी सस्ता जान

श्री गुरू चरन है चन्द्रमा  सेवक
 नयन चकोर
अष्ट प्रहर निरखत रहूं
श्री गुरू चरनो की ओर



हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित मे जारी 9690988493

प्राथमिक पूजन विधि

                                                                   प्राथमिक पूजन विधि


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र

आज मे आपको प्राथमिक पूजन की विधी बता रहा हू
कुछ भाई पूजन विधि जाने बिना ही साधना करते है नतीजा साधना सफल नही होती

विधि



सबसे पहले नहा धोकर साफ कपडे पहने
फिर आसन पर ये मंत्र एक बार  पढकर बैठे

मन मार मैदान करू करू मे चकना चूर पॉच महेश्वर आज्ञा करो तो बैठू आसन पूर


बैठने के बाद पवित्री करण करे इस मंत्र से 👇
बाये हाथ मे जल ले उसमे पाचो उगली डालकर मंत्र बोले

ॐ अपवित्र पवित्रो वा सर्वेस्थाम गतोअपि स्मेरेत पुडिरीकाक्षः सः बाह्म्भयंतर शुचि ॐपुनात पुडंरीकाक्षाय ॐपुनात पुडंरी काक्षाय ॐपुनात पू

फिर पानी को सर पर , पूजन सामग्री पर छिडक दें


फिर आचमन करो

तीन बार मंत्र बोले
ॐकेशवाय नमः
ॐमाधवाय नमः
ॐ नारायणाय नमः
दाये अगूठे से दो बार  होठ पोछकर
हाथ धोले


फिर प्राणायाम करे तीन बार


फिर दीपक जलाये मंत्र बोलकर
ॐ ज्योत ज्योत महा ज्योत सकल ज्योत जगाये तुमको पूजे सकल संसार ज्योत माता तू ईश्वरी तू हमारी धरम की माता हम तेरे धरम के पूत
ॐ ज्योति पुरूषाय धीमहि तन्नो ज्योत निरंजन प्रचोदयात


अगर बत्ती लगाये

फिर गुरूजी का पूजन करे ८
फिर गणेश जी  का पूजन करे

फिर इष्ट देव का पूजन करे
१०
फिर कुल देव का पूजन करे
११
फिर स्थान देव का पूजन करे
१२
फिर पितृ देवो का पूजन करे
१३
किसी अन्य लोक के देव की साधना करने पर लोकपाल द्क्पाल नवग्रह पूजन करे

१४
फिर उस लोकराज का पूजन करे जिस लोक से हम शक्तिकी पूजा कर रहे है  जैसे अप्सरा की साधना मे इन्द्र का ,
यक्ष की साधना मे कुबेर जी का
प्रेत की साधना मे प्रेतराज पूजन अनिवार्य है

१५
फिर मुख्य देव का आवाहन करे पूजन करे

१६
सभी से साधना मे सफलता का आशिर्वाद ले

१७
मंत्र का जाप शुरू करे
चाहे कुछ हो जप बीच मे नही छोडे
१८
आसन छोडकर कभी भी नही भागे

१९
साधना काल मे होने वाली अनुभूति को गुरू के सिवा किसी को नही बताये

 पूजन विधि

 सबसे पहले संकल्प ले जिस कार्य के लिये पूजा जप कर रहे हो

1 फिर
देवता का आवाहन करे दाये हाथ मे चावल पानी ले मंत्र बोले

अहम् त्वाम (  उर्वशी अप्सरायै प्रेमिका रूपम् ) आवाहनम् करिष्ये
इहागच्छ तिष्ठ इदम आसनम समर्पियामि
(  कोस्टक मे आप जिस देव देवी को बुलारहे हे उसका नाम ले )
हाथ से बैठने का इशारा करे

2
फिर
 इदम् धूपम् घ्रहणयामि
धूप अगरबत्ती दिखाये

3 इदम् दीपम् दर्शयामि
दीप दिखाये

4 इदम् पुष्पम समर्पियामि
पुष्प दे

5 इदम् चंदनम समर्पियामि
चंदन दै
6 इदम् सुगन्धि समर्पियामि
सेन्ट दे
7 इदम् नैवेध निवैदयामि
मिठाई दे
8 इदम् जल समर्पियामि

9
तामसिक साधना उग्र साधना हो तो सबसे पहले मंत्रो द्वारा अपने चारो ओर रक्षा घेरा खींच ले चाकू से या किसी लोहे की कील से

10 गुरू गणेश पूजन मे स्तुति करै

गुरू ब्रह्मा गुरू विष्णुगुरूदेवो महेश्वर
गुरू साक्षात परम ब्रह्म  तस्मै श्री गुरवै नमः

11
वक्र तुंड महाकाय सूर्य कोटि सम्मप्रभ
निर्विघ्नम् कुरू मे देव सर्व कार्येसु सर्वदा




निशुल्क

तंत्र मंत्र सीखने के लिये सम्पर्क करै

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित मे जारी Mob No. 9690988493 / 8384844021

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र पहुचने का पता और रास्ता

                                         हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र पहुचने का पता और रास्ता


बाई ट्रेन
मथुरा जं रेलवे स्टेशन आओ वहॉ से मेरे गॉव परखम के लिये तीन ट्रेन है
एक सुबह 8बजे प्लेट फार्म न 9 से चलती है
दूसरी सुबह 10-- 30 प्लेट फार्म न 7 सेचलती है
तीसरी रात 8 - 30 बजे 7 न से चलती है

ट्रेन छूट जाये तो मथुरा जं से धौली प्याऊ पहुचे पैदल (दो मिनट का रास्ता है )
वहॉ से हाइवे के लिये टेम्पो ले हाइवे से फरह के लिये टेम्पो ले फरह से रेलवे फाटक पार करके परखम के लिये टेम्पो ले
परखम चौराहे से पुलिस चौकी के पास मकान है


बाई रोड
से आने वाले सीधे फरह रूके फिर परखम आये

मथुरा से फरह 25 km है
आगरा से फरह 25 km है फरह से परखम 5 km है

दिल्ली ➡➡    मथुरा ➡➡फरह ⬇|            

                  ⬇|                        
                परखम

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित मे जारी 9690988493

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र परिचय

 हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र

प्रिय साधक

क्या आप चमत्कारो पर यकीन करते हो

क्या आप प्राचीन तंत्र मंत्रो पर विश्वास करते हो

क्या आप साधना द्वारा सिध्दि पाना चाहते हो
बहुत साधना की मगर सफलता नही मिली

क्या आप साधना करते करते थक गये हो
बहुत ध्यान किया लेकिन चमत्कार घटित नही हुआ

हमसे सम्पर्क करे 100% सफलता की गारंटी

समस्त साधना ,एवम दीक्षा निशुल्क दी जाती है

हमारे केन्द्र द्वारा करायी जाने वाली साधना----------
परी साधना, यक्ष साधना, गन्धर्व साधना, अप्सरा साधना ,जिन्न साधना , सट्टा नम्बर साधना ,ध्यान योग साधना सर्प विधा आदि

तंत्र मे असफल साधक अवश्य कॉल करे


धोखेबाजो से बचे समस्त साधनाऐ बाजार मै मिलने वाली साधारण सामग्री द्वारा सिध्द हो जाती है

विशेष पूजन सामग्री , यंत्र , सिध्द माला खरीदकर अपना समय और धन बर्बाद ना करे

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित में जारी
9690988493
8384844021

हरेश तंत्र शक्ति साधना केंद्र

                                                         हरेश तंत्र शक्ति साधना केंद्र




जीवन की प्रत्येक क्रिया तन्त्रोक्त क्रिया है॰यह प्रकृति,यह तारा मण्डल,मनुष्य का संबंध,चरित्र,विचार,भावनाये सब कुछ तो तंत्र से ही चल रहा है;जिसे हम जीवन तंत्र कहेते है॰जीवन मे कोई घटना आपको सूचना देकर नहीं आता है,क्योके सामान्य व्यक्ति मे इतना अधिक सामर्थ्य नहीं होता है हमारे एकमात्र उद्देशय हैं जनमानस को इन घटनाओं से अवगत करना तथा उसका अंत करना ,इसलिये हमे तंत्र की शक्ति को समजना आवश्यक है यही इस ब्लॉग का उद्देश्य है.