हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र
काल ज्ञान साधना
कुछ साधको की इच्छा होती है कि वो लोगो के भूत भविष्य वर्तमान के बारे मे बता सके
काल ज्ञान के लिये हमारे तंत्रशास्त्रो मे अनगिनत साधना दे रखी है
जिसमे सर्वप्रथम नाम आता है कर्ण पिशाचनी का
लेकिन ये साधना तामसिक एवं उग्र होने के कारण प्रत्येक साधक के लिये उचित नही है
आज मै एक ऐसी साधना बता रहा हू जो किसी भी साधक के लिये उचित एवम सरल है
येसे साधक जिने भय लगता है उनके लिये भी यै साधना उचित है क्योकि इसमे देव देवी दर्शन नही होते
इस साधना को सिद्ध करने के बाद साधक के मन मे स्वयं प्रश्न का उत्तर आ जाता है
किसी के भी बारे मे जाना जा सकता है वह क्या सोच रहा है वह क्या करेगा हमारे लिये सही है या गलत सब कुछ इस साधना के द्वारा आसानी से जाना जा सकता है अन्य साधनानो के द्वारा केवल भूत वर्तमान ही जान सकते है जबकि इस के द्वारा भविष्य भी जाना जा सकता है
साधना विधि
साधक नहा धोकर लाल आसन पर उत्तर मुख होकर बैठे
रात 8-30 बजे
काल ज्ञान के लिये संकल्प ले
प्राथमिक पूजन गुरू गणेश इष्ट आदि का करके दस महाविध्या का आवाहन पूजन करे
पूजन मे धूप दीप चंदन मिठाई सेन्ट पुष्प आदि से पूजन करे
पूजन के बाद स्फटिक या रूद्राक्ष की माला से मंत्र का 11 माला का जाप करे
मंत्र थोडा बढा है दो से तीन घण्टे जाप मे लग सकते है
मंत्र जप के बाद माता से गलती की छमा मॉगना चाहिये
जप को माता को समर्पित कर दे
घी का दीपक लगाना है जप के बाद वही सोये
ये क्रिया प्रतिदिन 41 दिन लगातार करें
41 दिन के बाद आपमे वो शक्ति आ जायेगी कि आप किसी भी व्यक्ति को देखते ही उसका सारा कच्चा चिट्टा खोल कर रख दोगे
साधना विधान सरल है
साधना के लिये मंत्र प्राप्ति के लिये सम्पर्क करे
हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जन हित मे जारी 9690988493
8384844021