प्रेत साधना एक दिवसीय


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र

प्रेत साधना एक दिवसीय



प्रेत साधना तंत्र मे पहली सीडी के रूप मे की जाती है
सिद्ध होने पर प्रेत बहुत से सांसारिक कार्यो मे मदद करते है
ये  साधना तीव्र होती है थोडी डरावनी भी
इसलिये सोच समझ कर करे



ये साधना एक दिन की है
शनिवाक को दिन मे यदि कोई मरे तो जब उसे जलाने ले जाते है  तो मुर्दे के साथ कुछ आटे के गोले बना कर रखे जाते है
आप उनके साथ साथ चले रास्ते मे जब कही उने फेके या समसान मे कही रख दे तो उनके जाने के बाद वो आटे के गोले को प्राप्त कर ले
मु्र्दे का नाम गोत्र पूछ ले

और रात मे 11 बजे वापस समसान मे जाये
अपने साथ वो आटे के गोले ,थोडा गुड , घी , पानी , सफेद मिठाई अगरबत्ती साथ ले जाये

जहॉ मुर्दा जला है वहॉ से चिता के सिरहाने की तरफ थोडी दूर जाकर बैठ जाये
लकडी उपला बीनकर आग जलाये
चारो ओर घेरा खीचं ले
थोडा आटे लेकर दीपक बना ले
बाकी से दो तीन जितनी रोटी बना कर सेक ले

रोटी पर घी लगाकर गुड रखकर बैठे रहे
सारी क्रिया के दौरान मंत्र का जाप करते रहे
जब प्रेत हाजिर हो रोटी मॉगे तो वचन लेकर तब उसे रोटी है

फिर घर आ जाये

निशुल्क साधना सीखने के लिये सम्पर्क करे

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र
9690988493

गुरू मंत्र का जाप केसे करें


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र



गुरूमंत्र की जाप विधि


मेरे द्वारा दिये गये गुरू मंत्र का जाप हमेशा मानसिक करना है
ये मंत्र बिना माला के केवल मन ही मन करना है

गुरूमंत्र का जाप हमेशा चौबीसो घण्टे करते रहना है

गुरूमंत्र सभी मंत्रो से तीव्र , अत्यन्त शक्तिशाली , होता है इसकी शक्ति की कल्पना नही कर सकते
येसा कोई कार्य नही है जो साधक अपने गुरूमंत्र से नही कर सके
चाहे अपनी सुरक्षा हो या किसी दूसरे की
चाहे किसी को बचाना हो या मारना
षटकर्म अकेले इसी मंत्र से हो जाते है
लेकिन गुरूमंत्र का प्रयोग सोच समझ कर करना चाहिये
और हमेशा अन्तिम विकल्प के रूप मे करना चाहिये
भविष्य मे चाहे किसी की साधना करो या कुछ भी मंत्र सिद्ध करो तो मूल मंत्र से पहले गुरूमंत्र की माला अवश्य करनी चाहिये

वेसे तो गुरूमंत्र स्वंय सिद्ध होता है लेकिन साधक को उसकी शक्ति बढाने के लिये उसका सर्वप्रथम सवा लाख का एक पुरष्चरण दशांश हवन सहित अवश्य करना चाहिये
फिर किसी अन्य मंत्र या सिद्धी को प्राप्त करने का या सिद्ध करने का  प्रयास करना चाहिये

गुरूमंत्र हमेशा गुप्त रखें किसी को भी इसके अक्षर तक की गिनती नही बताये कि मेरे गुरूमंत्र में इतने अक्षर है
चालाक लोग ये पूछते है कि तुम्हारा गुरूमंत्र कितने अछर का है और तुम बता देते हो तो वो अंदाजा लगाकर जा लेते है कि तुम्हारा गुरूमंत्र क्या हो सकता है
और फिर वो कुछ भी कर सकते है तुम्हारे साथ







दिन मे दो घण्टे का जाप निम्न विधि से बैठकर करना अनिवार्य है



गुरूमंत्र का जाप कैसे करे

पहले सुखासन मे बैठो जैसे आपको उचित लगे वैसा.
हिलना डुलना नही हे.
मतलब एकदम पत्थर के बुत बन जाओ

गौतम बुध्द की तरह ध्यान अवस्था मे बैठो
यानि हाथ गोदी मे रखो.
हाथ खुले मत रखो बॉधकर रखो
ताकि ऊर्जा चक्रबन सके

कमर सीधी रखो.आँखे बन्द रखो.

विचारो की तरफ ध्यान मत दो विचार आसानी से नही मिटते हैं .इसलिए मंत्र की तरफ ध्यान दो.

फिर गुरूमंत्र का   मानसिक जाप करते रहो.
यानि मंत्र मन मे करना है ना तो जीभ से उच्चारण करना है ना हिलना है

ध्यान मंत्र की तरफ रखो.आपका एनर्जी फोर्स ( यानि जाप के समय अंधेरे मे सामने या ऊपर की ओर देखना होता है वो यानि मंत्र वहॉ गूजेगा जहॉ तुम फोर्स करोगे )
 ऊपर की ओर यानि सिर के ऊपर  जहॉ चुटिया होती है वहॉ रखो.

वहॉ ना जाये तो सामने आज्ञाचक्र पर रखो

अधिक से अधिक समय तक आसन लगा कर बैठो कम से कम दो घण्टे तो करना ही है

बहुत जल्दी चमत्कार शुरू हो जायेगें
फिर तुमे कुछ प्रकाश , या चित्र , या कोई देव या देवी या तुम्हारे कुल का कोई सिद्ध योगी तुमसे सम्पर्क कर सकता है

बहुत जबरदस्त अनुभूति होती है बहुत जल्द होती है
वो केवल मुझे बतानी है
और किसी को नही

इस पूरी क्रिया का गणित सुन लो
दो घण्टे मंत्र का जाप किया तो नार्मल लगभग छः हजार मंत्र का जाप हो जाता है 21 दिन लगातार किया तो सवा लाख जाप हो गया
अधिक किया तो हवन की कमी पूरी हो गयी

फायदे

दो घण्टे की बैठक यानि आसन  सिद्ध हो जायेगा

मंत्र सवालाख हो कर प्रभाव शाली हो जायेगा

जाप करते समय एकाग्रता का अभ्यास हो जायेगा

जाप मे एकाग्रता आ जायेगी

इष्ट कृपा प्राप्ति होगी

गुरू कृपा प्राप्ति होगी

अनुभव होने से मन से भय मिटेगा

साधना समय से करने की आदत पडेगी

और बहुत सी परेशानी से अवगत होगे जो साधनाओ मे आती है यथा घरेलू या बाहरी
उनका समाधान निकालोगे

किसी कारण वश साधना बीच मे रोकनी पडी तो गुरूमंत्र की होने से कोई दुष्परिणाम नही होगा

और सबसे जरूरी घर परिवार या स्थान के देवो को तुम्हारे साधक होने का पता चलेगा और वो तुम्हारी भविष्य मे अन्य साधनाओ मे मदद करेगे

और बहुत ज्यादा मात्रा मे तप शक्ति इकट्ठा होगी जो भविष्य की साधनाओ मे काम आती है

ये सब एक नये पुराने साधक के लिये अनिवार्य है जिनके अभाव मे साधनाये असफल रहती है

निशुल्क साधना सीखने के लिये सम्पर्क करें

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र
9690988493
8384844021

मुस्लिम साधना के नियम

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र *मुस्लिम साधना के नियम* आज मे मुस्लिम साधना के नियम बता रहा हू इनका पालन जिन्न , परी , हमजाद ,पीर ,जिन्नात आदि की साधना मे करना पडता है यै साधना हमेशा वज्रासन मे की जाती है अतएव इनके लिये दो तीन घण्टे तक वज्रासन मे बैठने का अभ्यास होना जरूरी है इनके जाप के समय माला हमेशा बाहर की ओर घुमानी पडती है यानि मनके को अगूठे से बाहर की ओर घुमाते है हमारे मे भीतर की ओर मनके को घुमाया जाता है ये माला हमेशा उल्टे हाथ यानि बाये हाथ से जाप किया जाता है कुछ साधना मे वजू किया जाता है कुछ मे नहाया जाता है जाप शुरू करने से पहले हमेशा बिसिमिल्लाहिरमानिर्हीम का जाप करना चाहिये फिर जाप पूजन शुरू करना चाहिये इनमे साधना के सम्बन्धित पीर फकीर का पूजन किया जाता है जिन्न साधना मे जिन्नो के बादशाह का पूजन किया जाता है त्वरित सफलता के लिये बाबा आदम और अम्मा हव्वा का पूजन करना चाहिये हर गुरूवार किसी पास की मजार पर जाकर पॉच अगरबत्ती लगाकर कुछ प्रसाद चडाकर हरे रंग की चादर चढानी चाहिये पॉच या सात फकीरो को भोजन कराना चाहिये ये साधना अधिकतर पश्चिम मुख होकर की जाती है कोई साधना सम्बंधी समस्या होने पर आप पॉच दीपक जलाकर पंचायत को निमंत्रण दे और उनसे अपनी समस्या बताये तो समस्या का समाधान तुरन्त होता है इसे पंचायत बैठाना बोलते है इने बिठाकर आप पंच तन पाक की दुहाई देते रहे बस समस्या खतम ये जाप हकीक माला या तशवी से किये जाते है तशवी माला से आप कोई भी मुस्लिम साधना का जाप कर सकते है मीठे पान का प्रयोग भी इन साधना मे आप कर सकते है कुछ साधना मे प्याज लहसुन तक बन्द करने होते है पाक जिन्न , जिन्नात पॉचो वक्त के नमाजी होते है इने नमाज के वक्त नही बुलाना चाहिये वेसे भी ये बुलाने पर नही आते है वेसे तो सभी साधना गुप्त रखी जाती है लेकिन इनकी साधना पूर्ण गुप्त रखी जाती है *इनके बेहतर साधक को दरूद शरीफ , आयतुल कुर्सी , याद होनी चाहिये* पेशाब करके इस्तजा करना अनिवार्य होता है

इफरित जिन्न साधना


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र

इफरित जिन्न साधना


जिन्नो की दुनिया भी विचित्र है
जिन्न जिस पर मेहरबान हो जाये तो माला माल कर देते है और खपा हो जाये तो जान लेकर छोडता है
इनकी साधना की जाती है और इने अपने वश मे किया जाता है
ये बहुत से चमत्कार दिखा सकते है
इनके द्वारा साधक कोई भी वस्तु मगॉ कर दिखा सकता है
एक घण्टे मे किसी का भी वशीकरन कर सकते है
लॉटरी सट्टे के अंक जानना बहुत मामूली चीज है
जिन्न सिद्ध के बाद किसी अन्य शक्ति की साधक को आवश्यकता नही होती

इनके कई प्रकार है इनमे इफरित होते है जो अल्लाह के नेक बन्दे पॉचो वक्त के नमाजी होते है
नमाज के वक्त इने नही बुलाना चाहिये



साधना विधि


ये साधना किसी भी शुक्रवार रात दस के बाद की जाती है
सफेद कपडे पहन हरे आसन पर वज्रासन मे पश्चिम मुख  बैठकर घी का दीपक लगाकर पॉच  अगरबत्ती जला लें गुरू इष्ट की पूजा दे बाबा आदम हव्वा जिन्नो का बादशाह बाबा कमाल खॉ की पूजा दे

फिर जिन्न का आवाहन करे उसे बैठने को हरा आसन दे
पॉच मिठाई का भोग हिना का  सेन्ट
, गुलाब का
पुष्प , लोहबान की धूप से पूजा देकर मंत्र का 333  बार हकीक या तशबी माला से करे
सातवें दिन गुलाब की माला तैयार ऱखे जिन के आने पर माला गले मे डालकर वचन लेलें

जिन्न यदि सातवें दिन
प्रकट न हो तो साधना रेगुलर तब तक करते रहे जब तक प्रत्यक्ष न हो जाये

जप के दौरान होने वाली अनुभूति से डरें नही


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र 9690988493
8384844021

ब्रह्मदेव साधना


ब्रह्मदेव साधना


आज मे आपको घर के किसी प्रेत को जो ब्रह्मदेव हो उसकी साधना  बता रहा हू
ये अपने घर का ही कोई प्रेत होता है जो बहुत शक्तिशाली होता है
वेसे ये साधना एक दिन की है लेकिन कलियुग के कारण इसे कमसे कम पॉच या सात दिन
लगातार करना चाहीये

इस साधना मे माला की आवश्यकता नही है
इसमै इनके प्रत्यक्ष होने पर वचन लेकर इनसे कार्य करवाया जाता है


साधना विधि

ये साधना किसी भी पूर्णमासी या अमावस्या को की जाती है

इसमे सबसे पहले एक पौधा लाना होता है पीपल का जो छोटा हो उसे अपने घर मे लगा लेना है
शाम को 6 बजे पूजन करना है
उसमे एक रूद्राक्ष की माला , जनेउ , पॉच कपडै , चंदन का टीका ,दूध की मिठाई ,कच्चै दूध मे पानी मिलाकर चडाये
ॐ  सर्वपित्रदेवाय नमो नमः  इस मंत्र से सभी पित्रो का आवाहन करना है
सात बार जाप करे

फिर अपने मैन देव का आवाहन करना है यानि घर के मुख्य पितर का
ये सब क्रिया शाम को कर लेनी है छ बजे

अब रात को ११ बजे या सुबह चार बजे से इस मंत्र का जाप करना है तीन घण्टे
ॐ ब्रह्मस्वरूपाय नमो नमः  इस मंत्र का जप करना है दक्षिण मुख होकर
उसे स्थान देना है और दर्शनो की प्रार्थना करनी है
फिर ॐ ब्रह्मस्वरूपाय नमो नमः मानसिक जाप करते हुये ध्यान करना है
तीन घण्टे जाप करना है
दर्शन होने पर तीन वचन लेने है

जप के समय होने वाले अनुभव से डरें नही

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र 9690988493

परी साधना


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र

परी साधना

परियो के बारे मे आपने बहुत कुछ सुन रखा होगा
और सोचते होगे काश कि कोई परी मेरी मदद भी करे
तो मे आज एक परी साधना दे रहा हू जिसके करने के बाद  आप परी को देख सकते हो उससे बात कर सकते हो और किसी भी तरह के काम मे उससे मदद ले सकते हो
परिया कई प्रकार की होती है जिनमे से कुछ काल ज्ञान कराती है कुछ जादू सिखाती है कुछ किसी भी वस्तु को लाकर देने मे सक्षम होती है
और बहुत से चमत्कार दिखा सकती है


साधना विधि


यै साधना किसी भी शुक्रवार को रात ११ बजे करनी है
साधक नहाने के पानी मे गुलाब जल डालकर नहाये या गुलाब का सेन्ट डालकर नहाये
चमेली का तेल सर पर लगाये
लुंगी पहनकर
सफेद जालीदार बनियान और सफेद टोपी लगाकर हरे आसन पर पश्चिम मुख होकर बैठे

पॉच अगरबत्ती लगाये
गुरू इष्ट का पूजन कर ले
सरसो के तेल का दीपक जलाये

परी का आवाहन करे

गुलाब का इत्र  , गुलाब का
 फूल , मिठाई सै पूजन करे
लोहबान की धूप दे

काली हकीक की माला से मंत्र का ११  माला जाप करे

जब सामने परी हाजिर हो तो उससे वचन लेलें
यह साधना ११ दिन की है


निशुल्क साधना सीखने के लिये सम्पर्क करें

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र 9690988493
8384844021

काली साधना


तंत्र शक्ति साधना केन्द्र

काली साधना

महाकाली दस महाविधा मे प्रथम स्थान रखती है
ये दिगम्बरा कहलाती है
इनकी गिनती भी उग्रदेवियो मे की जाती है
और इनकी साधना भी उग्र होती है
इनके तेज को सह पाना हर साधक के वश मे नही है
इनकी साधना कम से कम ४० दिन की होती है
इने शराब मॉस का भोग लगता है
वेसे माता की पूजा सात्विक तरीके से भी होती है
लेकिन सात्विक तरीके से उने ही साधना करनी चाहिये जो स्वंय सात्विक रहते हों
इस साधना के बाद माता की कृपा से आप लोगो का भला कर सकते हैं माता की कृपा के बाद साधक क्या कर सकता है यह बताने की जरूरत नही है आपको मान यश धन सब कुछ माता की कृपा से मिल जायेगा

साधना विधि

ये साधना किसी माह की कृष्णपक्ष की अष्टमी या अमावस्या से शुरू कर सकते है
साधक रात को नहाधोकर ११ बजे से आसन पर बैठे काला आसन काले कपडे मिठाई काली कालेफल दीपक को भी काले रंग का ले रूई को भी काले रंग से रंग कर प्रयोग करे
दक्षिण दिशा की ओर मुह करके बैठे
सामने एक काला कपडा जमीन पर या चौकी पर बिछा ले उस पर काले रंग की काली जी की मूर्ति स्थापित करे
फिर प्राथमिक पूजन करे
फिर माता काली का आवाहन उस मूर्ति मे करे
फिर उस मूर्ति के सिन्दूर से तिलक करे धूप , दीप तेल का , चंदन , सिन्दूर , फल , फूल ,मिठाई , लौग का जोडा बताशे के साथ लगाकर दे ,
एक खप्पर में कपूर जलाकर उसमे बूदी के लड्डू ,लौग बताशा  छुआरा किशमिश सूखा नारियल की थोडी गिरि को आग मे डाल कर भेंट दे
सात्विक करनी हो तो पानी वाले नारियल की भेंट दै और अगर उग्र रूप से करनी हो तो शराब और मॉस की बलि दें

फिर एक माला गुरूमंत्र की करके रूद्राक्ष माला से 21 माला का जाप करे
जाप के समय होने वाली अनुभूति से भय न करे अपने चारो ओर रछा कवच करके साधना मे बैठे
येसा प्रतिदिन 40 दिन करे
40 वे दिन माता के प्रत्यक्ष होने पर डरे नही
पुष्प माला गले मे डालकर माता को साष्टॉग प्रणाम करे माता के वर मॉगने को कहने पर वर मॉग ले
इस सिद्धि के बारे मे किसी को न बताये हमेशा गुप्त रखें
 निशुल्क
तंत्र मंत्र सीखने के लिये सम्पर्क करे

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र 9690988493
8384844021

वराह साधना


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र

भूमि भवन वराह साधना

कई बार हमारे सामने येसी समस्या आ जाती है जिसका निदान नही हो पाता
हम मकान लेते है तो कोई दिक्कत आ जाती है
कई लोगो के मकान या प्लाट वो बेचना चाहते है लेकिन पार्टी आकर देखकर चली जाती है येसी स्थति मे हम असहाय से खडे देखते रहते है
इस साधना के प्रभाव से आपकी भूमि भवन प्लाट के रूकें हुये कार्य पूरे हो जायेगे
एक बार प्रयोग करने से परिणाम न मिले तो दुबारा विधिवत अनुष्ठान करना चाहिये सफलता निश्चित मिलेगी

साधना विधि

ये प्रयोग रविवार शुक्रवार से शुरू कर सकते है

प्रातः काल नहाधोकर शुद्ध हो किसी कच्ची जमीन को शुद्ध करके पूरब मुख होकर सफेद वस्त्र पहन कर सफेद आसन पर बैठे
सामने  वराह भगवान की मूर्ति या चित्र स्थापित कर ले

जिस काम के लिये साधना करनी है उसका संकल्प ले ले
फिर गुरू इष्ट का पंचोपचार पूजन करे
फिर वराह भगवान का आवाहन करके पंचोपचार पूजन करे  फल फूल मिठाई अर्पित करें

एक माला गुरू मंत्र का जाप करे फिर वराह मंत्र का ११ माला जाप करे ११ दिन के लिये
नित्य प्रसाद बच्चो मे बॉटना चाहिये
येजाप रूद्राक्ष की माला से कर सकते है
जप के बाद छमा मॉगे
और अपनी मनोकामना को शीघ्र पूरा करने की प्रार्थना करै

एक बार मे काम न होने पर ये अनुष्ठान दुबारा करना चाहिये


हरेश तंत्र शक्ति साधना  केन्द्र 9690988493
8384844021

संकल्प विधि


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र

संकल्प

आज मे आपको संकल्प के बारे मे जानकारी दे रहा हू कि ये क्या है क्यो आवश्यक है कैसे लिया जाता है

जब हम कोई साधना करते है तो हमे देवता को अपना पता , अपना कार्य , कितना जप या पूजन ,और कितने दिन कर रहे है और देवता को किस रूप मे सिद्ध कर रहे है ये  सब बताने की क्रिया को संकल्प लेना कहते है

जैसे कुछ साधक प्रतिदिन एक या दो या पॉच माला का जाप करते है तो यदि हम वह जाप संकल्प लेकर करते है तो उसका फल निश्चित रूप से तुरन्त मिलेगा और यदि हम बिना संकल्प लिये करते है तो उसका फल न जाने कब कहॉ कैसा मिले कुछ निश्चित नही है

एक तो संकल्प है विष्णो विष्णो विष्णो वाला जो संस्कृत मे है प्रत्येक उसे नही कर पाता
जिने संस्कृत आती है केवल वही कर सकते है

आपको संस्कृत नही आती
तो आप् हिन्दी मे कर सकते है वेसे मे अपना तरीका बताता हू जैसे मे करता हू इसे प्रतिदिन की साधना जो सुबह शाम हम जाप करते है उसमे भी प्रयोग करना है

सबसे पहले दाहिने हाथ मे थोडे से चावल और पानी ले लो बायॉ हाथ  दाये के नीचे रखो और बोलो मै ( जो इष्ट है उसका नाम )  को और दीपक की तरफ देखकर अग्नि देव को लोटे की तरफ देखकर जलदेव को साक्षी मानकर श्री अमुक ( अमुक की जगह गुरू का नाम ले )  गुरू द्वारा प्राप्त
अमुक मंत्र ( मंत्र का उच्चारण करे ) का अमुक की प्राप्ति ( अपनी इच्छा बताये ) इतनी माला ( माला की संख्या बताये जितना जाप करना है )
जप कर रहा हू  भगवान शिव मेरा जप सफल हो मेरी मनोकामना पूरी हो येसा बोलकर चावल पानी को नीचे जमीन पर गिरा दें

उदाहरण
मे  भगवान शिव माता पार्वती को अग्नि देव और जल देव को साक्षी मानकर श्री गिरीश गुरूजी द्वारा प्राप्त ॐ श्री लक्ष्मि,,,,,, ,,, नमः  मंत्र का धन प्राप्ति के लिये पॉच माला जाप कर रहा हू
हे भगवान शिव मेरा जप सफल हो मुझे धन की प्राप्ति हो

फिर गुरूमंत्र का एक माला जाप करके मूल मंत्र का जाप करे


जाप के बाद चम्मच मे या हाथ मे जल लेकर बोले ( जिस देव का जप किया है उसका नाम ले ) अमुक देव मेने जो अमुक गुरू द्वारा प्राप्त मंत्र का जितनी माला (संख्या बताये ) का अमुक इच्छा ( इच्छा बताये ) के लिये जो जप किया है  वह मे आपको समर्पित करता हू आप इसे स्वीकार करे और मेरी मनोकामना पूरी करे ( कल्पना मे जप को देव के दाये हाथ और देवी के बाये हाथ मे समर्पित करे ) जल को जमीन पर छोड दें

उदाहरण
हे माता लक्ष्मी मेने जो श्री गिरीश गुरूजी द्वारा प्राप्त मंत्र का धन प्राप्ति के लिये जो पॉच माला का जाप किया है वह मे आपको समर्पित करता हू स्वीकार करे मेरी मनोकामना पूरी करे




ये हुयी प्रतिदिन की साधना विधि

अब अगर किसी को सिद्ध करना है तो इस संकल्प मे अपना नाम पता जोडकर और उस रूप को बोलते है जिस रूप मे हम उसकी साधना कर रहे है

उदाहरण
मै हरेश कुमार & गंगाराम गॉव परखम जिला मथुरा से भगवान शिव अग्निदेव और जलदेव को साक्षी मानकर मे ॐ ह्रीम ,,,,,,,   मंत्र द्वारा उर्वशी अप्सरा का प्रेमिका के रूप मे  आवाहन पूजन कर रहा हू
११दिन तक २१ माला का जाप उर्वशी अप्सरा की सिद्धि प्राप्ति के लिये कर रहा हू

जाप करते समय हमेशा किसी को साक्षी अवश्य बना लेना चाहिये

संकल्प मे गुरू का नाम मंत्र जोडने से मंत्र अचूक और  तुरन्त प्रभावी होता है
क्योकि देव को पता है ये मंत्र गुरू से लिया है

निशुल्क साधना सीखने के लिये सम्पर्क करे

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र 9690988493
8384844021