गुरू मंत्र का जाप केसे करें


हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र



गुरूमंत्र की जाप विधि


मेरे द्वारा दिये गये गुरू मंत्र का जाप हमेशा मानसिक करना है
ये मंत्र बिना माला के केवल मन ही मन करना है

गुरूमंत्र का जाप हमेशा चौबीसो घण्टे करते रहना है

गुरूमंत्र सभी मंत्रो से तीव्र , अत्यन्त शक्तिशाली , होता है इसकी शक्ति की कल्पना नही कर सकते
येसा कोई कार्य नही है जो साधक अपने गुरूमंत्र से नही कर सके
चाहे अपनी सुरक्षा हो या किसी दूसरे की
चाहे किसी को बचाना हो या मारना
षटकर्म अकेले इसी मंत्र से हो जाते है
लेकिन गुरूमंत्र का प्रयोग सोच समझ कर करना चाहिये
और हमेशा अन्तिम विकल्प के रूप मे करना चाहिये
भविष्य मे चाहे किसी की साधना करो या कुछ भी मंत्र सिद्ध करो तो मूल मंत्र से पहले गुरूमंत्र की माला अवश्य करनी चाहिये

वेसे तो गुरूमंत्र स्वंय सिद्ध होता है लेकिन साधक को उसकी शक्ति बढाने के लिये उसका सर्वप्रथम सवा लाख का एक पुरष्चरण दशांश हवन सहित अवश्य करना चाहिये
फिर किसी अन्य मंत्र या सिद्धी को प्राप्त करने का या सिद्ध करने का  प्रयास करना चाहिये

गुरूमंत्र हमेशा गुप्त रखें किसी को भी इसके अक्षर तक की गिनती नही बताये कि मेरे गुरूमंत्र में इतने अक्षर है
चालाक लोग ये पूछते है कि तुम्हारा गुरूमंत्र कितने अछर का है और तुम बता देते हो तो वो अंदाजा लगाकर जा लेते है कि तुम्हारा गुरूमंत्र क्या हो सकता है
और फिर वो कुछ भी कर सकते है तुम्हारे साथ







दिन मे दो घण्टे का जाप निम्न विधि से बैठकर करना अनिवार्य है



गुरूमंत्र का जाप कैसे करे

पहले सुखासन मे बैठो जैसे आपको उचित लगे वैसा.
हिलना डुलना नही हे.
मतलब एकदम पत्थर के बुत बन जाओ

गौतम बुध्द की तरह ध्यान अवस्था मे बैठो
यानि हाथ गोदी मे रखो.
हाथ खुले मत रखो बॉधकर रखो
ताकि ऊर्जा चक्रबन सके

कमर सीधी रखो.आँखे बन्द रखो.

विचारो की तरफ ध्यान मत दो विचार आसानी से नही मिटते हैं .इसलिए मंत्र की तरफ ध्यान दो.

फिर गुरूमंत्र का   मानसिक जाप करते रहो.
यानि मंत्र मन मे करना है ना तो जीभ से उच्चारण करना है ना हिलना है

ध्यान मंत्र की तरफ रखो.आपका एनर्जी फोर्स ( यानि जाप के समय अंधेरे मे सामने या ऊपर की ओर देखना होता है वो यानि मंत्र वहॉ गूजेगा जहॉ तुम फोर्स करोगे )
 ऊपर की ओर यानि सिर के ऊपर  जहॉ चुटिया होती है वहॉ रखो.

वहॉ ना जाये तो सामने आज्ञाचक्र पर रखो

अधिक से अधिक समय तक आसन लगा कर बैठो कम से कम दो घण्टे तो करना ही है

बहुत जल्दी चमत्कार शुरू हो जायेगें
फिर तुमे कुछ प्रकाश , या चित्र , या कोई देव या देवी या तुम्हारे कुल का कोई सिद्ध योगी तुमसे सम्पर्क कर सकता है

बहुत जबरदस्त अनुभूति होती है बहुत जल्द होती है
वो केवल मुझे बतानी है
और किसी को नही

इस पूरी क्रिया का गणित सुन लो
दो घण्टे मंत्र का जाप किया तो नार्मल लगभग छः हजार मंत्र का जाप हो जाता है 21 दिन लगातार किया तो सवा लाख जाप हो गया
अधिक किया तो हवन की कमी पूरी हो गयी

फायदे

दो घण्टे की बैठक यानि आसन  सिद्ध हो जायेगा

मंत्र सवालाख हो कर प्रभाव शाली हो जायेगा

जाप करते समय एकाग्रता का अभ्यास हो जायेगा

जाप मे एकाग्रता आ जायेगी

इष्ट कृपा प्राप्ति होगी

गुरू कृपा प्राप्ति होगी

अनुभव होने से मन से भय मिटेगा

साधना समय से करने की आदत पडेगी

और बहुत सी परेशानी से अवगत होगे जो साधनाओ मे आती है यथा घरेलू या बाहरी
उनका समाधान निकालोगे

किसी कारण वश साधना बीच मे रोकनी पडी तो गुरूमंत्र की होने से कोई दुष्परिणाम नही होगा

और सबसे जरूरी घर परिवार या स्थान के देवो को तुम्हारे साधक होने का पता चलेगा और वो तुम्हारी भविष्य मे अन्य साधनाओ मे मदद करेगे

और बहुत ज्यादा मात्रा मे तप शक्ति इकट्ठा होगी जो भविष्य की साधनाओ मे काम आती है

ये सब एक नये पुराने साधक के लिये अनिवार्य है जिनके अभाव मे साधनाये असफल रहती है

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हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र
9690988493
8384844021

20 comments:

  1. धन्य हो गुरूदेव जी

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  2. Guruji pranam.mein ne gurumantra kal se shuru karde hai.

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  3. गुरुदेव की जय हो

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  4. गुरुदेव की जय हो

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  5. गुरुदेव की जय हो

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  6. कोटि-कोटि नमन गुरुजी

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  7. सुक्ष्म जानकारी के लिए गुरु जी को कोटि कोटि प्रणाम

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  8. Really, That's good information.

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  9. आपके द्वारा बताए हुए कार्यों को करने की शुरुआत आज से कर दूंगा अपने आपको आपके अनुसार बदलने की शुरुआत कर दूंगा ताकि भविष्य में आपका आशीर्वाद प्राप्त कर सकूं

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  10. गुरु चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम

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  11. ओम श्री गुरुदेव नमः

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  12. ओम श्री गुरुदेव नमः

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  13. 🙏जय गुरुदेव 🙏

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  14. गुरुजी की जय हो

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  15. ॐ श्री गुरुवे नमः

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