मुस्लिम नित्य पूजन विधि /Muslim Pujan Vidhi

*हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र

मुस्लिम नित्य पूजन विधि

आज मे आपको मुस्लिम पूजन की विधि बता रहा हू मुस्लिम तरीके हिन्दू तरीके से काफी अलग है

पूजन विधि 
पूजन के लिये सबसे पहले नहा धोकर या वजू करके आसन पर बैठे 
 इनमें सबसे पहले अपने उस्ताद यानि गुरू की पूजा करें 
 फिर मोहम्मद साहब का पूजन करें 
 फिर जिस पीर फकीर को मानते हो उसकी पूजा करें फिर 
 सर जमीं के सभी बुजुर्गों की पूजा करें 
 फिर स्थान देव की पूजा करें 

 इनकी साधना पूजन हमेशा हरे रंग के आसन पर करें 
पहनने के वस्त्र सफेद रहते है ये साधना हमेशा पश्चिम मुख होकर करते है 
कुछ विशेष साधनाओ को छोड़कर सामने घी का दीपक जला लें 
पॉच अगरबत्ती लगा लें 

इन साधनाओ और पूजन , जाप मे संकल्प नही लिया जाता 

सबसे पहले गुरू का पूजन करें  पंचोपचार हिन्दू तरीके से
 इसके बाद मोहम्मद साहब का , पूजन करना है मुस्किल तरीके से 
यदि कोई पीर फकीर घर मे पूजा जाता हो तो उसका पूजन किया जाता है 
 फिर शक्ति को बुलाया जाता है याद रखना नार्मल बोलकर बुलाते है 

संस्कृत में आवाहन नही करते 

 उसका पूजन दिया जाता मुस्लिम साधना पूजन मे पुस्प और इत्र सुगन्धित वस्तु अधिक प्रयोग करना चाहिये 
 माला बाये हाथ से घुमायी जाती है *

पूजन विधि मुस्लिम तरीका 
नहा धोकर आसन पर वज्रआसन पर बैठे सबसे पहले दीपक जला ले अगरबत्ती जला ले या लोभान जला लें 
फिर जिसकी पूजा देनी है उसे केवल बुला लें उनके आने पर उनके हाथ चूमें पैर नही छुये जाते बैठने को कहें 
पैर नही धोये जाते कलावा नही दिया जाता चावल नही दिये जाते *इत्र का फॉया दें* पुष्प फूल दें चंदन सिन्दूर का प्रयोग नही किया जाता है 

 अगरबत्ती दें चिरागी दें ( दीपक ) चिरागी हमेशा घी की लगाये लोभान अगरबत्ती दें
 मिठाई का या बताशे का भोग दें पीने को पानी दें और 
हाथ उठाकर उनसे दुआ मॉगे कि मेरी पूजा , साधना सफल हों *
ऐेसा केवल जो मुस्लिम देव है उनके पूजन मे करें* *

हिन्दू देवो के पूजन को पंचोपचार हिन्दू तरीके से ही करें*

 मुस्लिम साधना वज्र आसन पर बैठकर जल्दी फलित होती है
यदि ना बैठा जा रहा हू तो सुखासन मे ही कर लें अगर हो सके तो पूजन को वज्र आसन मे कर लें जाप के समय सुखासन मे बैठ जायें 
 समस्त क्रिया करने से पहले बिसिमिल्ला बोलना अनिवार्य होता है 
 सफेद जालीदार बनियान सिर पर टोपी हो ना हो तो सफेद रूमाल से सर ढक लें नीचे तहमद पहना हो 
माला हमेशा तसबी प्रयोग करनी चाहिये नही मिलें तो हकीक सफेद रंग का लाल , काली हकीक माला से भी जाप किये जाते है

2 comments:

  1. प्रणाम गुरुजी कोटि-कोटि धन्यवाद

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