पूजन के बाद चढाये हुये भोग , सामग्री का क्या करें

हरेश तंत्र शक्ति साधना केन्द्र 


पूजन के बाद चढाये हुये भोग, बताशे सामग्री का क्या करें

साधना और पूजन में जिस मिठाई के पीस को बताशे को 
देव , परी, अप्सरा , प्रेत आदि को चडाते है 
उसे दूसरे दिन किसी पंछी को , गाय को , कुत्ते को खिलादें , 
किसी बिना पानी के कुये मे , किसी चलती नदी मे बहा देना चाहिये 
ये उस पीस की बात हो रही है जिसे चढाया जाता है 
चडाये हुये पीस को खाया नही जाता है 

याद रखें देव साधना मे जैसे हनुमान , काली , भैरव ,शिवजी आदि के जाप पूजन साधना में जब काफी अधिक यानि एक पीस से अधिक मिठाई का भोग लगाते है तो उस मिठाई को पूजा जाप के बाद घर परिवार मे बच्चो को प्रसाद रूप मे बॉट सकते है 
या स्वंय खा सकते है 
भूत प्रेत यक्षणी जिन्न परी आदि को चडाये भोग नही खाये जाते है अन्य पूजन सामग्री जैसे इत्र का फाया , पुष्प , रोली , कलावा आदि सामग्री किसी बहते पानी मे डाल दें या किसी अन्य स्थान पर डाल दें या इकट्ठा करके दस बारह दिन मे डाल सकते है

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